- New product
प्रत्येक 100 रुपये की खरीदारी पर 2 अंक अर्जित करें | 1 अंक= Rs. 1
Rahabaz
यह बात खयाल में आते ही मेरे मन में अगला जो विचार आया था, वह बचपन में स्कूल में पढ़ी महाभारत की उस कथा का, जिसमें कुंती सूर्य का आह्वान करती है और उसे कर्ण पैदा होता है । बाद में कमज़ोर पांडू के साथ शादी के बाद भी कुंती इसी तरह अलग–अलग पुरुषों से नियोग कर के पांडव पैदा करती है । नियोग का मतलब बड़े हो कर जाना था । तब हैरान रह गयी थी । हिन्दू माइथोलॉजी में कैसे–कैसे विरोधाभास भरे पड़े हैं । अब दिमाग और दिल में बस एक ही शब्द गूँज रहा था नियोग ।
You might also like
Reviews
No Reviews found.