प्रत्येक 100 रुपये की खरीदारी पर 2 अंक अर्जित करें | 1 अंक= Rs. 1
Ganga Prasad Vimal
About Ganga Prasad Vimal
गंगा प्रमाद विमल
भारतीय भाषा कन्द्र, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष । प्रख्यान लेखक । हिमालय अध्ययन के गम्भीर अध्येता। अनेक सृजनात्मक कृतियों के माथ-साथ विश्व साहित्य की प्रसिद्ध कृतियों के रूपांतरकार । भारतीयता के प्रबन्न समर्थक । भारतीय भाषाओं के आधुनिक साहित्य के अत्याधुनिक विमर्शकार ।
Books by the Author Ganga Prasad Vimal
-
Aadhunikta Aur Uttar-Aadhunikta
Rs. 350.00 -20% OFF Rs. 280