
Girishwar Mishra
About Girishwar Mishra
गिरीश्वर मिश्र
प्रो. गिरीश्वर मिश्र मनोविद्, विचारक और संस्कृति के अध्येता हैं। वे महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के वर्ष 2014 से कुलपति हैं। इसके पूर्व वह दिल्ली विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर तथा अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता, कला संकाय व राष्ट्रीय मनोविज्ञान अकादमी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने फुलब्राइट फेलो और प्राध्यापक के रूप में मिशिगन विश्वविद्यालय तथा स्वार्थमोर कॉलेज, फिलाडेल्फिया एवं न्यू स्कूल आव सोशल रिसर्च, न्यूयार्क में शोध व अध्यापन भी किया है। ससेक्स विश्वविद्यालय, इंग्लैंड तथा रोहर विश्वविद्यालय, जर्मनी में भी वे अध्येता रहे हैं। मनोविज्ञान के क्षेत्र में उनकी 22 पुस्तकें और विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में 200 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित हैं।
उन्हें समाज वैज्ञानिक शोध के लिए गोविंद वल्लभ पंत, डॉ. राधाकृष्णन, डॉ. हरी सिंह गौर तथा पंडित जवाहर लाल नेहरू पुरस्कारों से अलंकृत किया जा चुका है। प्रो. मिश्र ने 'विद्यानिवास मिश्र रचना संचयन' तथा 'शमशेर बहाहदुर सिंह संचयिता' का
संपादन भी किया है। उनका 'भारतीय साधु, संत जऔर संन्यासी जीने की एक राह यह भी'
शीर्षक से रवि कपूर की अंग्रेजी पुस्तक का अनुवाद भी प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशनाधीन कृतियों हैं- 'ताकि उनका बचपन वापस मिल सके', 'भारतीय
समाज: परंपरा और परिवर्तन', 'शिक्षा के प्रश्न' और 'साहित्य के परिसर से।' संपर्क: कुलपति, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा-442001
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