
Vashisth Anup
About Vashisth Anup
वशिष्ठ अनूप
जन्म : एक जनवरी 1962, ग्राम सहड़ीली, पो. फरसाइ-साऊँखोर (बड़हलगंज) गोरखपुर, उ.प्र. ।
प्रकाशित साहित्य : कविता, गीत, गजल, समालोचना और सम्पादन सहित कुल 57 पुस्तकें प्रकाशित ।
ग़ज़ल और गीत संग्रह स्वप्न के बाद, बंजारे नयन, रोशनी खतरे में है, बेटियों के पक्ष में, रोशनी की कोपलें, अच्छा लगता है, मशालें फिर जलाने का समय है, तेरी आँखें बहुत बोलती हैं, इसलिए, घरों पर गिद्ध मड़ाने लगे हैं, गर्म रोटी के ऊपर नमक- तेल था, बारूद के बिस्तर पर, छंद तेरी हँसी का।
आलोचना पुस्तकें : समकालीन कविता के प्रतिमान, आधुनिक हिन्दी कविता की
वैचारिक पृष्ठभूमि और सृजन, हिन्दी कविता के प्रमुख विमर्श, कविता के जनवादी स्वर, जगदीश गुप्त का काव्य-संसार, हिंदी गुज़ल का स्वरूप और महत्वपूर्ण हस्ताक्षर, हिंदी ग़ज़ल की प्रवृत्तियाँ, हिंदी गीत का विकास और प्रमुख गीतकार, हिन्दी साहित्य का अभिनव इतिहास, गीत का आकाश, हिंदी भाषा, साहित्य एवं पत्रकारिता का इतिहास, हिन्दी की जनवादी कविता, अँधेरे में एक पुनर्विचार, असाध्यवीणा की साधना, उर्दू के प्रतिनिधि शायर और उनकी शायरी, लोकसाहित्य का मर्म इत्यादि ।
सम्मान एवं पुरस्कार दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान एवं पुरस्कार। कुछ गीत फिल्मों और धारावाहिकों में कुछ गीत और ग़ज़लें कई विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में शामिल। कुछ कविताओं का अन्य भाषाओं में अनुवाद। ग़ज़लों और गीतों पर कई विश्वविद्यालयों में पी-एचडी, एम. फिल और लघुशोध कार्य। साहित्यिक पत्रिका 'शब्दार्थ' का संपादन।
संप्रति : प्रोफेसर एवं अध्यक्ष हिन्दी विभाग, बीएचयू
Books by the Author Vashisth Anup
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