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75 Kaviatyen : Sarveshwar Dayal Saxena
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जन्म : 15 सितम्बर, गाँव पिकौरा, बस्ती उत्तर प्रदेश शिक्षा : प्रारंभिक शिक्षा गवर्नमेंट हाई स्कूल और एंग्लो संस्कृत हाई स्कूल, बस्ती, इंटर क्वींस कॉलेज, वाराणसी तथा बी.ए, एम. ए प्रयाग विश्वविद्यालय । जीविकोपार्जन के लिए अध्यापन, अपर डिवीजन क्लर्क, दिल्ली आकाशवाणी के समाचार विभाग में हिन्दी अनुवादक के रूप में नौकरी, फिर भोपाल, इंदौर आकाशवाणी में सहायक प्रोड्यूसर, 1964 से “दिनमान में मुख्य उपसंपादक, 1982 से पराग का संपादन। तीसरा सप्तक के कवि और नयी कविता के शीर्षस्त कवियों में एक । पुरस्कार: जंगल का दर्द पर उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का स्तरीय पुरस्कार 1978 । जंगल का दर्द पर तुलसी पुरस्कार (मध्य प्रदेश) 1979 | साहित्य कला परिषद 1981 | शब्द लोक अहमदाबाद द्वारा सम्मानित 1981 | खूटीयों पर टँगे लोग पर मरणोपरांत साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित 1983 1 प्रकाशित पुस्तकें : कविता संग्रह : काठ की घंटियाँ, बाँस का पुल, एक सूनी नाव, गर्म हवाएँ (ये चारों कविता संग्रह कविताएँ एक और कविताएँ : दो में संकलित), कुआनो नदी, जंगल का दर्द, खूटीयों पर टँगे लोग (साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित ) । कहानी संग्रह : लड़ाई, अंधेरे पर अंधेरा, कच्ची सड़क (संकलित कहानियाँ) । उपन्यास, लघु उपन्यास, बाल नाटक, बाल कविता संग्रह, बाल कहानी । निधन : 23 सितंबर 1983, नयी दिल्ली
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