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Hindi Cinema Ke Khalnayak
फ़िल्मी गीतकारों को आज भी हलके तौर पर लिया जाता है । अचरज की बात तो यह है कि किसी गीत का जब भी ज़िक्र होता है तो उसके संगीतकार और गायक की बात तो सभी करते हैं लेकिन गीतकार का ज़िक्र कम ही आता है । जमाने के चलन के अनुसार किसी गीत की लोकप्रियता का सेहरा उसके संगीतकार या फिर किसी हद तक गायक के सर जाता है । लेकिन संगीतकार ओ. पी. नैयर का मानना था कि किसी गीत की सफलता का पचास प्रतिशत श्रेय उसके शायर को जाता है, 25 प्रतिशत ऑर्केस्ट्रा व गायक और बाकी 25 प्रतिशत उसके संगीतकार को जाता है । उनके अनुसार यह बड़ी ठोस सच्चाई है जिसको स्वीकार करना हर संगीतकार के बस की बात नहीं है । ऐसे माहौल में नई पीढ़ी को पुराने गीतकारों से परिचित कराने के लिए गीतकारों पर आधारित किताब की ज़रूरत थी । यदि मैं इस उद्देश्य में कुछ प्रतिशत भी सफल रहा तो मैं इसे एक आशा की किरण के रूप में देखूँगा । ---जावेद हमीद
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