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Nirala Kavya Kosh
यह कोश निराला के शब्दों को अर्थ तक पहुँचाने का एक प्रयास-भर है। उनके काव्य-संसार में शब्दों की घनी आबादी है और विविधता इसकी विशेषता है। लगभग साढ़े छह हजार प्रविष्टियाँ अपने काव्य-प्रयोग के साथ इस कोश में सम्मिलित हैं। शब्द, कविता की पंक्ति, शब्द का अर्थ, निराला रचनावली भाग एक अथवा दो की पृष्ठ संख्या तथा कविता का शीर्षक— इन पाँच कॉलम को ध्यान में रखकर यह काव्य-कोश रचा गया है। इस काव्य-कोश में केवल संदर्भगत शब्दार्थ देने की कोशिश की गयी है। कविता में जिस अर्थ में शब्द का प्रयोग हुआ है, केवल वही बताने का लक्ष्य रखा गया है। शब्द के तौर पर अनेक सामासिक पदों या पदावलियों को भी सम्मिलित कर प्रासंगिक अर्थ दिया गया है। प्रयास यही है कि निराला की कविताओं को पढ़ते समय शब्द के प्रासंगिक अर्थ तक पहुँचने में होनेवाली कठिनाइयों का समाधान किया जाए। शब्द के व्युत्पत्तिपरक अर्थ पर वहीं ़जोर दिया गया है जहाँ उसका प्रसंग मौजूद है। स्त्रीलिंग, पुलिंग, विशेषण, अव्यय, सकर्मक क्रिया आदि व्याकरणिक पक्षों को भी शब्दों के साथ सूचित किए जाने की शब्दकोशीय पद्धति को जानबूझकर छोड़ दिया गया है। काव्य-कोशीय समस्याओं को यहाँ प्रमुखता दी गयी है, इसलिए शब्द के उत्पत्तिपरक स्रोत (संस्कृत, अरबी, फारसी, अँग्रेजी, अवधी आदि) का कॉलम इसमें नहीं रखा गया है।
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