Puran Singh Dabas
About Puran Singh Dabas
सन् 1938 में दिल्ली स्थित गांव माजरा डबास के एक किसान परिवार में जन्मे डा. पूर्ण सिंह डवास ने दिल्ली विश्वविद्यालय से सन् 1960 में एम. ए. और सन् 1969 में पीएच. डी. की उपाधि प्राप्त की। दिल्ली के कई कॉलेजों सहित दिल्ली विश्वविद्यालय और पीकिंग विश्वविद्यालय (बीजिंग, चीन) में अध्यापन किया और 10 वर्ष की सेवा के बाद सन् 2000 में अवकाश प्राप्त किया। वे अपने सेवाकाल के दौरान ही अनेक सामाजिक, शैक्षिक तथा धार्मिक संस्थाओं से संबद्ध रहे और अवकाश प्राप्ति के याद और भी अधिक सक्रिय हो गए। डा. डवास ने भाषा विज्ञान, हास्य-व्यंग्य, यात्र वृत्तान्त, समाज विज्ञान तथा धर्म-दर्शन के क्षेत्र में अनेक डॉ. पूर्ण सिंह डबास पुस्तकें लिखी हैं। अनेक सामाजिक, शैक्षिक तथा धार्मिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित होने के साथ-साथ उन्हें दिल्ली साहित्य अकादमी द्वारा साहित्यकृति पुरस्कार से तथा इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती (दिल्ली) द्वारा जैनेन्द्र कुमार पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। अभी हाल ही में उन्हें शोध और पर्यटन साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी द्वारा महापंडित राहुल सांकृत्ययान पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
डा. डयास ने पूरे भारत का व्यापक भ्रमण तो किया ही है, इसके साथ ही चीन, हांगकांग (जो उस समय ब्रिटिश उपनिवेश था), नेपाल, सिंगापुर, मलेशिया, आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैंड, हॉलैंड, वेल्जियम, स्वीडन, नावें, कनाडा, संयुक्त राज्य अमरीका, स्पेन, तुकी, इजायल, श्रीलंका, दुबई, मिस्र, फिनलंड, इटली तथा रूस की यात्रएं भी की हैं। वे एक जाने-माने समाज सेवी भी हैं और उड़ीसा, छत्तीसगढ़ तथा आसाम आदि के जनजातीय क्षेत्रों में कार्य कर रही अनेक शैक्षिक संस्थाओं से सक्रिय रूप से जुड़े हैं।
Books by the Author Puran Singh Dabas
-
Bhartiya Sainya Shabdon Ki Rochak Kahaniyan
Rs. 400.00 -20% OFF Rs. 320 -
Sindhu Se Hindu Aur India
Rs. 795.00 -20% OFF Rs. 636 -
Shabdo ka safarnama
Rs. 395.00 -20% OFF Rs. 316 -
Samagra Hasya-Vyangya
Rs. 1100.00 -20% OFF Rs. 880