- New product
प्रत्येक 100 रुपये की खरीदारी पर 2 अंक अर्जित करें | 1 अंक= Rs. 1
Aash' Aar Bune Hai
हशम की ज़िन्दगी की ही तरह उसकी शायरी भी हकीकत की धूप में तप कर इन्सानी रिश्तों की बारिश में भीग कर सयानी हुई है। इसीलिये स्वर आश्चर्यजनक रूप से सादा और परिपक्व हैं। उसके स्वर में रंगीनी नहीं है तो कचाई भी नहीं है। उसके स्वर में सच्चाई का तेज और बल है, उसकी कथन भंगिमा में कोई पेंच नहीं, इसीलिये उसके वाक्यों में न कोई भारी भरकम डिक्शनरी से ढूँढ़ कर लाया हुआ शब्द मिलेगा, न लम्बे-लम्बे समास मिलेंगे। बिल्कुल बोलचाल की ज़बान में सीधी मार करती हुई कबीर की बानी। हिन्दुस्तान के एक आम किसान या कामगार की तरह जब भी वह संतों की-सी बानी बोलता है तो बहुत अच्छा लगता है क्योंकि उसमें जीवन का जाना बूझा हुआ कोई ऐसा मर्म होता है जिस पर हम भरोसा कर सकते हैं।
You might also like
Reviews
No Reviews found.