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Hindi Sahitya Ka Subodh Itihash
पुस्तक का नाम : हिंदी साहित्य का सुबोध इतिहास लेखक का नाम : गुलाबराय साहित्य के इतिहास में नामों की अपेक्षा प्रवृत्तियों और परिस्थितियों का अध्ययन अधिक आवश्यक है क्योंकि उनके ही द्वारा विकास-क्रम की श्रेणियाँ समझी जा सकती हैं। यद्यपि हमारा मूल ध्येय तो विकास-क्रम का अध्ययन ही रहा है तथापि यथासम्भव नामों की भी उपेक्षा नहीं की गई है। हिन्दी-साहित्य की उन्नति दिन दूनी रात चौगुनी हो रही है, उसके साथ कदम मिलाये रखना सहज नहीं है, फिर भी प्रायः प्रत्येक संस्करण में हम इस पुस्तक में संशोधन और परिवर्द्धन करते गए हैं। अब यह पुस्तक का इकत्तीसवाँ संस्करण है। इस पुस्तक की बिक्री की उत्तरोत्तर वृद्धि सहृदय पाठकों की गुण-ग्राहकता का ही फल है। इसके लिए मैं पाठकों का हृदय से आभारी हूँ। इस इकत्तीसवें संस्करण में भी आवश्यक संशोधन करने के साथ ही बहुत कुछ परिवर्तन भी किया गया है, कुछ नए उदाहरण भी बढ़ाए गए हैं। इसको अद्यतन बनाने का भरसक प्रयत्न किया गया है, फिर भी यदि कुछ लेखकों के नाम रह गए हों तो वे इस त्रुटि को लेखक की असावधानी समझकर क्षमा कर दें।
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