- New product
Rang Vaichariki Naye Sandarbho Me
यह पुस्तक हिन्दी रंगमंच की स्थिति को प्रस्तुत करने की एक कोशिश है जिसमें हिन्दी रंगमंच से सरोकार रखने वाले अलग–अलग लेखकों के कुल सत्रह लेख हैं । सबसे पहले मैं इस पुस्तक में शामिल सभी लेखकों का धन्यवाद ज्ञापित करती हूँ जिन्होंने अपने लेख प्रकाशित करने की अनुमति दी । इनमें से कई लेख ‘नटरंग’,‘रंग प्रसंग’, ‘परिकथा’, ‘संवेद’ और ‘समकालीन रंगमंच’ जैसी पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं, इन सभी पत्रिकाओं का भी आभार! कुछ लेखकों ने खास इसी पुस्तक के लिए ताज़ा लेख दिए हैं, मैं उनका विशेष रूप से धन्यवाद करती हूँ । ‘समय से संवाद’ पुस्तक–श्रृंखला के सम्पादक श्री किशन कालजयी की आभारी हूँ, जिन्होंने इस पुस्तक को सम्पादित करने के लिए मुझ पर विश्वास दिखाया । पुस्तक की रूपरेखा तैयार करने से लेकर नामकरण तक में मेरे दो साथियोंµमुन्ना कुमार पाण्डेय और अमितेश ने महत्त्वपूर्ण सहयोग दिया है, उनके सद्भाव की शुक्रगुजार हूँ । ---आशा
You might also like
No Reviews found.