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Hindi Ke Mahila Natakkar
आधुनिक काल में हिन्दी में महिलाओं द्वारा किये गये नाट्य–लेखन को रेखांकित करने का विनम्र प्रयास है । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की बृहद शोध–परियोजना ‘हिन्दी रंगमंच के विकास में महिलाओं का योगदान’ के अंतर्गत किये गये शोध के अंतर्गत यह पुस्तक तैयार की गयी है । उपलब्ध प्रकाशित पुस्तकों के आधार पर यहाँ नाटकों का विश्लेषण–ा किया गया है । यह भी संभव है कि जानकारी के अभाव में कुछ नाटककार और उनके नाटक इस पुस्तक में सम्मिलित न हो सके हों । जिन प्रमुख नाटककारों ने नुक्कड़ नाटक, ,एकांकी और रेडियो नाटक भी लिखे हैं, उनके इन नाटकों को पूर्णकालिक नाटकों के साथ ही विश्लेषित किया गया है । जिन अप्रकाशित नाटकों की प्रस्तुतियाँ शोधकर्त्री ने देखी हैं, उनका विश्लेषण भी किया गया है । आरंभिक महिला नाटककारों के अलावा स्वातंत्र्योत्तर नाटकों का विश्लेष–ा नाटककारों की जन्म–तिथि के अनुसार वरिष्ठता–क्रम में रखने का प्रयास किया गया है । कार्य की सुगमता के लिए, नाटककार, बाल नाटककार, निर्देशक– एकांकीकार –श्रेणियों में विभाजित करके महिलाओं के नाट्य–लेखन को संकलित करने का प्रयास किया है, हालांकि कई रचनाकार निर्धारित श्रेणियों में आवाजाही करती रही हैं ।
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