• New product

Navudarvad Ke Daur Mein

(0.00) 0 Review(s) 
2016
978-93-82821-78-6

Select Book Type

Earn 8 reward points on purchase of this book.
In stock

मार्क्सवाद और माओवाद एक नयी विचारधारात्मक शक्ति के रूप में उभर रहे हैं । जो कि मार्क्सवाद के बृहत परिवार का ही एक हिस्सा हैं । पूर्व में संदर्भित कतिपय लातिनी देशों की स्थानीय विशिष्टताओं के अनुसार मार्क्सवाद के बृहतस्तरीय वृत्त में प्रयोग जारी हैं । अमेरिका की प्रसिद्ध पत्रिका ‘टाइम्स’ के 25 मार्च, 2013 के अन्त में माइकल शुमैन ने अपने विचारोत्तेजक लेख ‘‘मार्क्स का प्रतिशोध: कैसे वर्ग संघर्ष विश्व को रूपायित कर रहा है’’ में दर्शाया गया है इस पुस्तक की यही अर्न्तवस्तु है, यही अन्तर्धारा है । पुस्तक की भूमिका से–––

You might also like

Reviews

No Reviews found.